भारत की शिशु मृत्यु दर (IMR) अभी उस पैमाने पर पहुंच पाया है जहां विकसित देश 1950 की दशक में थे। हालांकि, श्रीलंका, मलेशिया और थाइलैंड जैसे देश इस मामले में अमेरिका, इंग्लैंड जैसे देशों से कदमताल कर रहे हैं।